Baat Nahi Karne Ki Shayari in Hindi: नमस्ते दोस्तों! जब कोई अपना नाराज़ हो जाता है, तो लोग अक्सर बात नहीं करने की शायरी ढूंढते हैं। लेकिन आजकल के डिजिटल युग में, यदि आपके पास उनका नंबर है तो आप व्हाट्सएप, फेसबुक या एसएमएस के माध्यम से उनसे आसानी से संपर्क कर सकते हैं। विशेष रूप से एसएमएस के जरिए शायरी भेजना काफी प्रभावी हो सकता है।
इस पोस्ट में, मैंने नाराज़ प्रेमी या प्रेमिका को मनाने के लिए कुछ बेहतरीन शायरी का संग्रह तैयार किया है। अगर आपको लगता है कि कुछ और जोड़ने की आवश्यकता है या आपके पास कोई सुझाव हो, तो कृपया टिप्पणी करें, ताकि मैं आपकी जरूरतों को और बेहतर तरीके से पूरा कर सकूं।
Baat Nahi Karne Ki Shayari
न जाने किस वजह से नाराज़ है वो हमसे,
ख्वाबों में भी मिलती है, फिर भी बात नहीं करती।
कितना कठिन है उस शख्स को मनाना,
जो न रूठा हो, न ही बात करता हो।
हिचकियाँ कहती हैं कि तुम मुझे याद करते हो,
लेकिन अगर तुम बात नहीं करोगे, तो एहसास कैसे होगा।
हम तुम्हें बात करने के लिए मजबूर नहीं करेंगे,
अगर चाहत होती, तो तुम्हारा दिल भी खुद बात करने का करता।
कई रातों के बाद आज रात आई है,
मेरे सनम ने अब बात न करने की क़सम खाई है।
ऐसा नहीं है कि दिन नहीं ढलता या रात नहीं होती,
सब कुछ अधूरा सा लगता है, जब तुमसे बात नहीं होती।
ऐसी भी क्या गलती कर दी, जो माफी के लायक नहीं,
तुमसे कुछ देर से बात नहीं हुई, क्या ये भी सजा काफी नहीं?
अब मुझे किसी से बात करने का मन नहीं है,
उसकी नाराज़गी ने मुझसे चैन और सुकून सब छिन लिया है।
Heart Touching Baat Nahi Karne Ki Shayari
रहती है चुप सी, बात नहीं करती तू भी,
नाराज़ है मुझसे, जैसे मेरी खुशियाँ मुझसे दूर हों।
तड़प रहे हैं हम तुमसे एक शब्द के लिए,
खामोशी तोड़ दो, हमें जीने के लिए एक आशा दे दो।
आप बात न करने का बहाना बनाते हो,
सच तो यह है कि तुम्हारा हमसे दिल भर चुका है।
ठीक है, माना कि मैं तुमसे बात नहीं कर रही,
पर किसने कहा कि मैं तुम्हारी बात नहीं कर रही?
अब बात तो करनी है, मगर बात नहीं करनी,
किसी से नहीं खफा मैं, मुझे बस तुझसे ही नहीं करनी।
क्या हाल है, कैसे हो, कोई सवाल नहीं करती,
न जाने क्यों वो मुझसे इन दिनों बात नहीं करती।
लफ़्ज़ों की अदला-बदली करके दिल की बात लिखता हूं,
मैं उससे बात नहीं करता, पर फिर भी उसी की बातें लिखता हूं।
वो देती रही हर बात पर बात न करने की धमकियाँ,
बस उसकी इसी बात ने मेरी त耐न को तोड़ दिया।
Fursat Baat Nahi Karne Ki Shayari
वो हमें याद तो करते हैं, पर सिर्फ फुरसत के लम्हों में,
और यह भी सच है, कि उन्हें कभी फुरसत ही नहीं मिलती।
तुम्हारा शौक बन गया है अपनी मर्जी से बात करना,
अपनी आदतों को बदलो, वरना हमारे बदलने से पहले ही देर हो जाएगी।
उसे फ़ुरसत ही नहीं, वक़्त मिले मोहसिन,
ऐसे होते हैं क्या सच में चाहने वाले मोहसिन?
बदले हैं मिजाज उनके कुछ दिनों से,
वो बात तो करते हैं, मगर दिल की बात नहीं करते।
इस दुनिया के लिए फुरसत मिलती ही नहीं,
सो जाऊं तो ख्वाब तेरा, जागूं तो ख्याल तेरा।
अगर फुर्सत में याद करना हो, तो कभी मत करना,
मैं तन्हा जरूर हूं, मगर बेवजह नहीं।
उसे फुरसत नहीं मिलती थोड़ी देर याद करने की,
उसे बता दो, हम तो उसकी याद में फुर्सत से बैठे हैं।
मोहब्बत से फुरसत नहीं मिली, वरना
कर के दिखाते, नफ़रत किसे कहते हैं।
Matlabi Baat Nahi Karne Ki Shayari Image
पक्के रिश्ते तो बचपन में बनते थे,
अब तो लोग हर बात में मतलब ढूंढ़ते हैं।
ज़रूरी नहीं कि हर बात पर बात हो, बस इतना हो,
वो ख़ैरियत से हों और हमें इसकी ख़बर हो।
न जाने खूबसूरत जिंदगी को किसकी नज़र लग गई,
जो रोज़ बात किया करते थे, आज वो याद भी नहीं करती।
अजीब है ये मोहब्बत, तुम बात नहीं करते,
पर फिर भी दिल में तुम्हारी फ़िक्र है।
बात तो आज भी होती है रात भर,
पर फर्क सिर्फ इतना है,
पहले तुझसे होती थी, अब खुद से होती है।
उनकी अपनी मर्जी है जो हमसे बात करते हैं,
और हमारा पागलपन देखो,
जो उनकी मर्जी का इंतज़ार करते हैं।
Sad Shayari Baat Nahi Karne Ki Shayari
चलते-चलते अचानक पीछे मुड़कर देखा,
कुछ यादें मुस्कुरा रही थीं, तो कुछ रिश्ते खत्म हो रहे थे।
जहां कदर न हो, वहां बात करना बेकार है,
चाहे वो किसी का घर हो या किसी का दिल।
मुद्दतों से उसे ऑनलाइन नहीं देखा,
कसक तो थी उससे बात करने की।
वो बातें फिर कभी खुद से भी न बोलीं,
जो बातें हमें साथ करने की थीं।
जान लेने पर तुले हैं दोनों मेरी,
दिल हार नहीं मानता और वो बात नहीं करते।
तालेकात अब थोड़े पुराने होते जा रहे हैं,
तो बात न करने के बहाने बन रहे हैं।
देखे बिना एक दिन नहीं गुज़रता था,
अब उनसे मिले हुए भी जमाने हो रहे हैं।
हम आजकल तंग नहीं करते,
पर यही बात उन्हें तंग करती है।
Gussa Matlabi Baat Nahi Karne Ki Shayari Image
बात नहीं करेंगे, हमने ही कहा था,
इतना तो समझो, गुस्से में कहा था।
ना करे बात कोई मुझसे, मुझे कोई ग़म नहीं,
एक शख्स रोज मिलता है मुझे आईने में,
हूबहू मेरे जैसा, जो किसी से कम नहीं।
कितना अजीब है, कोई मरता रहता है बात करने को,
और कोई परवाह तक नहीं करता, बात करने के लिए।
रातें लंबी होती जा रही हैं,
मेरी तन्हाई से अब बातें होती जा रही हैं।
क्या करें, मन ही नहीं करता उनसे बात करने का,
हम इतने खफ़ा हैं उनसे, और वो एक बार भी
हमसे बात करने का जिक्र नहीं करते।
दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को तड़पाना नहीं आता,
आपकी आवाज़ सुनना चाहते हैं,
मगर बात करने का कोई बहाना नहीं आता।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ)
बात नहीं करने की शायरी क्या है?
बात नहीं करने की शायरी उन भावनाओं को व्यक्त करती है जब आप किसी से नाराज होते हैं या रिश्ते में दूरी महसूस करते हैं, और यह शायरी दिल की चुप्पी और अनकहे जज़्बातों को सामने लाती है।
क्या शायरी से रिश्ते सुधार सकते हैं?
हां, शायरी आपके दिल की बात को खूबसूरती से व्यक्त करती है। सही शायरी के जरिए आप अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं, जो रिश्ते को सुधारने में मदद कर सकती है।
बात नहीं करने की शायरी कब भेजनी चाहिए?
जब आप किसी से दूर होते हैं या किसी कारण से आप बात नहीं कर पा रहे होते हैं, तब आप शायरी के जरिए अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।
क्या शायरी में काव्यात्मकता जरूरी होती है?
शायरी में काव्यात्मकता जरूरी नहीं होती, लेकिन एक सुंदर और प्रभावी शायरी आपके जज़्बातों को सही तरीके से व्यक्त करने में मदद करती है।
बात नहीं करने की शायरी को किसे भेज सकते हैं?
यह शायरी आप अपने किसी करीबी दोस्त, प्रेमी/प्रेमिका, या परिवार के सदस्य को भेज सकते हैं, जिनसे आप किसी कारण से बात नहीं कर पा रहे हैं।
क्या शायरी सिर्फ प्यार में ही उपयोगी होती है?
नहीं, शायरी का उपयोग न केवल प्यार में, बल्कि रिश्तों, दोस्ती, और परिवारिक संबंधों में भी किया जा सकता है जब कोई शख्स आपसे दूर हो या नाराज हो।
बात नहीं करने की शायरी क्या संदेश देती है?
यह शायरी चुप्पी, नाराजगी, या दूरियों को व्यक्त करती है, और यह संदेश देती है कि कभी-कभी चुप रहना भी एक बड़ा भावनात्मक संवाद हो सकता है।
निष्कर्ष
का संग्रह एक सशक्त तरीका है अपनी खामोशी और दिल की गहरी भावनाओं को व्यक्त करने का। जब शब्दों की कमी होती है या जब दिल की बात सीधे नहीं कह पाते, तब शायरी हमें अपनी भावनाओं को खूबसूरती से अभिव्यक्त करने का एक बेहतरीन अवसर देती है। यह शायरी उन लम्हों को कवर करती है जब हम चुप रहते हैं, मगर दिल में कुछ कहने का अहसास होता है। ये शेर और शायरी रिश्तों के बीच की दूरी, नाराजगी और खामोशी को व्यक्त करते हैं, और साथ ही यह एक संकेत भी होते हैं कि रिश्तों में सुधार और संवाद की जरूरत है। इस प्रकार की शायरी न केवल दिल की चुप्पी को तोड़ने का जरिया बनती है, बल्कि यह हमारी आत्म-चिंतन और रिश्तों की अहमियत को भी दर्शाती है।