धोखा शायरी हिंदी में: आजकल लोगों के बीच धोखा देना मानो आम बात हो गई है। रिश्ते तो जल्दी बन जाते हैं, लेकिन विश्वासघात भी उतनी ही तेजी से हो जाता है। जो व्यक्ति धोखा देता है, वह कभी आपका सच्चा साथी नहीं हो सकता। प्यार में, कई लोग बेवफाई का दर्द झेलते हैं, और जितना गहरा प्यार होता है, उतना ही अधिक विश्वासघात का असर महसूस होता है।
धोखा खाने का दर्द वही समझ सकता है जिसने अपने करीबी के द्वारा विश्वासघात का सामना किया हो। ऐसे दर्द को व्यक्त करना आसान नहीं होता, लेकिन शायरी के माध्यम से इसे साझा करना संभव है।
इस लेख में, हम आपके लिए हिंदी में धोखा शायरी का एक बेहतरीन संग्रह लेकर आए हैं। ये शायरियां उन लोगों की मदद करती हैं जो विश्वासघात के दर्द से गुजर रहे हैं। यह न केवल अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का जरिया है, बल्कि दूसरों को भविष्य में ऐसे अनुभवों से बचने की प्रेरणा भी देती हैं।
Dhoka Shayari
चार किताबें पढ़कर कुछ भी हासिल न हुआ,
धोखा खाए बिना यहां कोई काबिल न हुआ!
दिल कहता है रोज़ कि किसी का सहारा चाहिए,
पर दिमाग़ कहता है क्यों फिर से धोखा दोबारा चाहिए!
वफ़ाओं के बदले जफ़ा वो कर रहे हैं,
मैं अपनी जगह सही, पर वो क्या कर रहे हैं!
जिंदगी के हर मोड़ पर धोखेबाज मिले,
परायों से ज्यादा, अपने ही करीब मिले!
वो बड़े सलीके से झूठ कह रहा था,
मैं ऐतबार न करता तो आखिर क्या करता!
हर खेल में हम जीत का परचम लहराते हैं,
पर धोखेबाजों से हमेशा मात खा जाते हैं!
Dhoka Shayari Hindi
ज़हर देता तो सबकी नज़र में आ जाता,
इसलिए वक़्त पर उसने दवाएं नहीं दीं!
तेरे वादे पर जीते रहे हम, ये जानकर कि झूठ था,
अगर ऐतबार होता, तो खुशी से हम मर जाते!
जिंदगी में एक बात हमेशा सच होती है,
लोग धोखा वहीं खाते हैं,
जहां उन्हें उम्मीद नहीं होती!
धोखा मुझसे उन लोगों ने किया,
जिन्होंने खुद को मेरा सबसे करीबी होने का दावा किया!
तू भी सादा है, कभी अपनी चाल बदलता नहीं,
हम भी सादा हैं, और इसी चाल में फंस जाते हैं!
जिसे हमने अपना समझा, उसने ही धोखा दिया,
जिस पर किया भरोसा, उसने ही दिल तोड़ दिया!
Matlabi Rishte Dhoka Shayari
जिनकी दुआओं के हम रोज़ हजारों में कायल थे,
वहीं लोग हर रोज़ रिश्ते बाजारों में बेचते थे!
रिश्तों को रुपयों की किश्तों में बदल देते हैं,
जब जेब खाली होती है, तो हर रिश्ते को तोड़ देते हैं!
रिश्तों को खुदगर्जी से तोल लिया कुछ लोगों ने,
अब अगर कोई हाल पूछे, तो उसमें भी मतलब नजर आता है!
मतलबी लोग इस दुनिया में अजीब होते हैं,
अगर किसी का नुकसान हो, तो अपने फायदे ही नजर आते हैं!
स्वार्थी लोगों ने यूं असर डाला है इस दुनिया पर,
अब अगर हालचाल पूछो, तो लोग समझते हैं कि कोई काम होगा!
अब न कोई उम्मीद है, न किसी से शिकवा है,
जब अपने ही लोग मतलबी बनते देखे हैं!
Bharosa Rishte Dhoka Shayari
नफरत की इस दुनिया में, कौन किसका होता है,
धोखा वही देता है, जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा होता है!
भगवान, जब तूने रिश्ते बनाना सिखाया,
तो मतलब के लिए उन्हें तोड़ना भी सिखा दिया!
आज गुमनाम हूं, तो मुझसे थोड़ा फासला रख,
कल अगर मशहूर हो गया, तो फिर कोई रिश्ता निकाल लेना!
उनका मतलबी होना भी अब पसंद है हमें,
मतलब से ही सही, पर याद तो करते हैं हमें!
यह संगदिलों की दुनिया है, यहाँ संभलकर चलना दोस्त,
यहाँ पलकों पर बिठाया जाता है, सिर्फ नज़रों से गिराने के लिए!
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
कई लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं!
Pyar Me Dhoka Shayari
देख लेना, किसी दिन तुम्हें एहसास होगा,
कि था कोई अपना, जो बिना मतलब चाहता था तुम्हें!
इश्क की नासमझी में हम अपना सब कुछ खो बैठे,
उन्हें तो बस खिलौनों की जरूरत थी, और हम अपना दिल दे बैठे!
अब दिल टूट चुका है, तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था प्यार, अब सवाल क्या करें!
कभी मतलब के लिए, तो कभी सिर्फ मनोरंजन के लिए,
हर कोई यहाँ प्यार ढूंढ रहा है, अपनी जिंदगी के लिए!
ऐसे मिले थे हम, जिनसे कभी परिचय न था,
वो यूँ बदल जाएगा, ऐसा सोचा कभी न था!
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरों की चमक,
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते!
Rishte Dhoka Shayari
मेरी जेब में थोड़ा सा छेद क्या हुआ,
सिक्के से ज्यादा तो रिश्ते गिर गए!
अब जिंदगी कटेगी सुकून से,
कुछ अपनों की मेहरबानी से,
हम भी अब मतलबी हो गए!
जो हालत है मेरी, एक दिन ठीक हो ही जाएंगी,
लेकिन तब तक कई लोग, इस दिल से दूर हो जाएंगे!
धोखा देने वाले को क्या सजा दूं,
मेरे अपने ही धोखेबाज निकले!
गैरों से हम कब तक शिकवा करें,
जब अपना ही दगा दे, तो क्या करें!
हमारे पास कोई शब्द नहीं होते हैं,
जब हमारे अपने ही हमें धोखा देते हैं!
Sad Dhoka Shayari
हारा हुआ सा लगता है अब मेरा वजूद,
हर किसी ने दिल लूटा है, अपने वादे देकर!
मत सोच दुनिया का भला,
यहां सब अपनी-अपनी करते हैं,
फर्क नहीं पड़ता कि आप खुश हैं या नहीं,
बस अपनी खुशी से मतलब रखते हैं!
शहरों की रौशनी बड़ी अजीब सी होती है,
उजालों के बावजूद चेहरों को पहचानना मुश्किल है!
सब कुछ झूठ है, फिर भी सच सा लगता है,
जान-बूझ कर धोखा खाना, अजीब सा अच्छा लगता है!
सड़कों की तरह काश जिंदगी के रास्तों पर भी,
लिखा होता कि आगे खतरनाक मोड़ है, सावधान रहें!
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे,
आँसू मोती बनकर बिखर जाएंगे,
यह न पूछो कि धोखा किसने दिया,
वरना अपनों के चेहरे उतर जाएंगे!
Dosti Mein Dhoka Shayari
यहां मुश्किल में कोई काम नहीं आता,
बस मतलबी दोस्त हैं, मतलबी यार हैं!
धोखा भी बादाम की तरह है,
जितना खाओगे, उतनी ही अक्ल आती है!
दोस्ती करो तो हमेशा मुस्कुराकर,
किसी को धोखा न देना, अपना बना कर!
दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं,
दोस्तों की मेहरबानी चाहिए!
अपनी मौजूदगी का हक जताते हैं,
पर अक्सर अपने ही धोखा दे जाते हैं!
जो कहते थे, ‘हम हमेशा तुम्हारे साथ खड़े हैं,’
जब मुसीबत आई, तो उनके हाथ खड़े थे!
Boyfriend Dhoka Shayari
तुमने मोहब्बत की, जो हमने किया, उसका क्या?
तुमको मिला धोखा, जो हमने खाया, उसका क्या!
हमने सच्चाई से प्यार निभाया हर बार,
तुमने झूठे वादों से किया हमें बेकार!
तूने जो किया, वो धोखा था,
हमने जो सहा, वो दर्द था!
तेरी बातों में हमने प्यार देखा था,
हकीकत में सिर्फ धोखा देखा था!
वो आफ़ताब लाने का वादा करके हमें फ़रेब दिया,
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया!
धोखा तो मिलना ही था मुझे इस शहर में,
इश्क जो मैंने एक बेवफा से किया था!
Love Dhoka Shayari
भूले नहीं हैं तुमको, न कभी भूल पाएंगे,
कुछ इस तरह धोखा दिया तूने,
कि अब न किसी से दिल लगा पाएंगे!
न हंसी आती है, न रोना आता है, धोखे खाकर भी,
किसी को चाहने की हसरत देख, खुद पर तरस आता है!
जो उन मासूम आँखों ने दिए थे,
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ!
दिल के रिश्तों में धोखा नहीं चलता,
प्यार करने वालों का दिल कभी नहीं जलता!
इश्क में इसलिए भी धोखा खाने लगे हैं लोग,
दिल की जगह अब जिस्म को चाहने लगे हैं लोग!
नहीं शिकवा मुझे बेवफ़ाई का, तिरी हरगिज़,
गिला तब होगा अगर तू ने किसी से भी निभाई हो!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ)
Dhoka Shayari क्या है?
धोखा शायरी वह कविता या शेर होते हैं जो धोखे के दर्द, धोखेबाजों की चालों और धोखा खाने वाले व्यक्ति के जज़्बातों को व्यक्त करते हैं। यह शायरी दिल की गहरी भावनाओं को उजागर करती है।
Dhoka Shayari क्यों लिखी जाती है?
धोखा शायरी को लोग उस दर्द और तकलीफ को व्यक्त करने के लिए लिखते हैं जो उन्होंने धोखा खाने पर महसूस की होती है। यह शायरी उनके जज़्बातों को शब्दों में ढालने का एक तरीका होती है।
Dhoka Shayari किस तरह की भावनाओं को व्यक्त करती है?
यह शायरी मुख्य रूप से दर्द, ग़म, विश्वासघात, अकेलापन और धोखा खाने के बाद की भावनाओं को व्यक्त करती है। यह दिल के टूटने और किसी को खोने की तकलीफ को बयां करती है।
क्या धोखा शायरी दिल को आराम देती है?
हाँ, जब कोई व्यक्ति धोखा खाता है, तो धोखा शायरी उसे यह एहसास दिलाती है कि वह अकेला नहीं है। यह शायरी उसे अपने दर्द को समझने और उससे उबरने में मदद करती है।
क्या हर किसी के लिए धोखा शायरी उपयुक्त है?
नहीं, धोखा शायरी उन लोगों के लिए अधिक उपयुक्त होती है जो धोखे के दर्द और तकलीफों से गुजर रहे होते हैं। यह शायरी उनकी भावनाओं को समझने में मदद करती है।
धोखा शायरी को कहां पढ़ सकते हैं?
धोखा शायरी को आप विभिन्न शायरी वेबसाइट्स, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, ब्लॉग्स और शायरी ऐप्स पर पढ़ सकते हैं। यह शायरी लोगों के दिल की भावनाओं को सरल और प्रभावशाली तरीके से व्यक्त करती है।
क्या धोखा शायरी में सिर्फ दुख ही व्यक्त किया जाता है?
धोखा शायरी केवल दुख नहीं, बल्कि शायरी में ग़म, ठगी, और धोखेबाजों के खिलाफ एक चेतावनी भी होती है। यह शायरी समाज में जागरूकता लाने का काम भी करती है।
निष्कर्ष
एक बेहतरीन संग्रह है, जो धोखे और विश्वासघात के दर्द को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करता है। यह शायरी उन लोगों के लिए है, जो किसी धोखे का सामना कर चुके हैं और अपने दर्द, ग़म और भावनाओं को साझा करना चाहते हैं। धोखा शायरी न केवल दिल के जख्मों को व्यक्त करने का एक तरीका है, बल्कि यह हमें यह एहसास भी कराती है कि हम अकेले नहीं हैं। इस तरह की शायरी हमें दर्द से उबरने और आगे बढ़ने की ताकत देती है, और यह बताती है कि भले ही धोखा दिया जाए, लेकिन हर एक दर्द के बाद सच्चाई और सुकून की ओर कदम बढ़ाए जा सकते हैं।